Tuesday, 9 September 2014

            " ऐ ज़िन्दगी, चल दोस्ती कर लेते हैं "



ऐ ज़िन्दगी, चल दोस्ती कर लेते हैं ,


मैं तो गुज़र चुका हूँ ,
तू ही थोड़ी सी बची है,
चल तेरे गुजरने तक,
साथ साथ हँस लेते हैं |

तू सवाल पूछते रहना, 
मैं जवाब ढूंढ़ता रहूँगा,
मैं तेरी साँसों से प्यार कर लूँगा,


तू मेरे सपनों का दुलार कर लेना, 


चल एक दूजे को अपना लेते हैं |

ऐ ज़िन्दगी, चल दोस्ती कर लेते हैं |

तू मुझे ऐसे ही चिढ़ाती रहना,
रूठ जाऊं तो अपनी राह चल देना,
जब से मिली हो, सता रही हो,
आगे भी बेशक सताती रहना,
मैं रूठ कर नहीं जाऊँगा,
दोस्ती की है न, निभाउंगा,
चलो पुराना लेन देन माफ़ कर देते हैं,
ऐ ज़िन्दगी, चल दोस्ती कर लेते हैं |


तू नमकीन से पल देती रहना,
मैं मुस्काऊँ, या झुँझलाऊं कभी,
तू ज्यादा ध्यान न देना,
चुभती बातों के बीच,
कुछ मीठा बोल देना,
ठोकर खाकर गिर जाऊं कभी,
तो हँस देना चाहे, पर फिर,
उठाने को हाथ बड़ा देना,
तुम साथ हो ,
बस इतना बता देना,
चल बहुत हुआ, अब समझौता कर लेते हैं,
ऐ ज़िन्दगी, चल दोस्ती कर लेते हैं |

हार जीत की होड़ छोड़ ,
चल साथ साथ मुस्कुरा लेते हैं,
तू मेरी उदासी पी ले,
मैं तेरी हँसी जी लूँ,
चल एक दूजे को समझ लेते हैं,
ऐ ज़िन्दगी, चल दोस्ती कर लेते हैं |

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Thanks for your invaluable perception.

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