Monday, 19 January 2015



सुबह और सूरज 


वैसे तो सुबह और सूरज
रोज़ ही साथ साथ नहीं आते,
पर आज
सूरज कुछ ज्यादा ही पीछे है
शायद झगड़े होंगे रात को...
किसी ने खींचा होगा बात को...
पर आज भी सुबह के थैले में,
रौशनी डालना नहीं भूला था सूरज...
दोनों का प्यार ही कुछ ऐसा है...
सूरज की रौशनी
सुबह की पहचान है...
और सुबह सूरज की जान है |

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